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इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम विकास एवं अनुप्रयोग प्रभाग

इलेक्ट्रॉनिकी प्रणाली विकास एवं अनुप्रयोग प्रभाग

इलेक्ट्रॉनिकी प्रणाली विकास और अनुप्रयोग (ईएसडीए) प्रभाग विभिन्न औद्योगिक और सेवा प्रक्रिया उद्योगों के लिए प्रौद्योगिकी के विकास और औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिकी में अनुप्रयोगों को बढ़ावा दे रहा है, जिनमें पावर इलेक्ट्रॉनिकी, बुद्धिमान परिवहन प्रणाली, कृषि प्रक्रिया उद्योगों के लिए ऑटोमेशन सिस्टम, कृषि इलेक्ट्रॉनिकी, इलेक्ट्रॉनिक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और संकट में फंसे व्यक्तिों के लिए प्रणालियां आदि शामिल है । औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिकी के प्रमुख क्षेत्रों को पावर इलेक्ट्रॉनिकी, कारखाना स्वचालन, मर्चेंट्रोनिक्सय, इंटेलिजेंट सिस्टम और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों में विभाजित किया जा सकता है जिसमें बडी संख्यान में इंटरनेट आधारित अनुप्रयोग शामिल हैं ।

आज औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिकी के प्रमुख ड्राइवर कुछ अधिक कॉम्पैक्ट संघटक और प्रणाली एकीकरण, अभिनव उत्पाद, जो अधिक से अधिक लचीलापन प्रस्तापवित करते हैं, गुणवत्ता, सुरक्षा, विश्वसनीयता, ऊर्जा बचत, कनेक्टिविटी की व्यापक रेंज, आत्म नैदानिक सुविधाओं और लंबे समय तक काम करने वाले उत्पादों की पेशकश की ओर प्रवृत्त हैं । इस संबंध में एक ठोस प्रयास किया जा रहा है जिससे कि सही बुनियादी ढांचे, डिजाइन क्षमता और टेक्नोलॉजीज के उभरते हुए क्षेत्रों में आर एंड डी किया जा सके और मुख्य औद्योगिक क्षेत्रों जैसे ऊर्जा, परिवहन और आटोमोटिव्स, इस्पात, वस्त्र , पल्प और पेपर के साथ-साथ कृषि, जल संसाधन आदि की चुनौतियों का सामना किया जा सके । प्रभाग सफलतापूर्वक व्यवहार्य लागत प्रभावी प्रौद्योगिकियां बनाकर उद्योगों, विशेष रूप से एसएमई (लघु और मझौले उद्यम) को उपलब्ध की करा कर उनकी सहायता करता रहा है ।

डीईआईटीवाई ने पावर इलेक्ट्रॉनिकी, औद्योगिक स्वचालन, सड़क परिवहन क्षेत्र और कृषि एवं पर्यावरण की विशेष तकनीकी जरूरतों को पूरा करने के लिए लक्षित प्रमुख कार्यक्रमों की अवधारणा तैयार की है और विकास किया है।  इनमें पावर इलेक्ट्रॉनिकी प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय मिशन (एनएएमपीईटी), ऑटोमेशन सिस्टम प्रौद्योगिकी केंद्र (एएसटीईसी), बुद्धिमान परिवहन प्रणाली (आईटीएस) और कृषि एवं पर्यावरण में इलेक्ट्रॉनिकी अनुप्रयोग (ई-एग्रीएन) शामिल हैं। एनएएमपीईटी ने इसके प्रथम चरण में पावर इलेक्ट्रॉनिकी के उभरते हुए क्षेत्रों में विशेषज्ञता के साथ अनुसंधान कार्य हाथ में लेने के लिए देश में विशेषज्ञों का एक नेटवर्क बनाया गया है। एनएएमपीईटी के तत्वाेवधान में भविष्य की प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए कई परियोजनाओं को वित्तपोषित किया गया है। कार्यक्रम के तहत कुछ प्रौद्योगिकियों को भारत में पहली बार विकसित किया गया है और उनमें से कुछ के व्यावसायीकरण के लिए उन्हेंि उद्योगों को हस्तांवतरित कर दिया गया है। एनएएमपीईटी देश में शोधकर्ताओं, संगठनों और उद्योगों के बीच गहरी रुचि पैदा करने में सफल रहा है।

आम तौर पर, प्रभाग द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं को डीईआईटीवाई की अपनी सोसायटियों जैसे सी-डैक, समीर, सीएसआईआर, सीपीआरआई जैसी राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं और अन्य अनुसंधान एजेंसियों के माध्यम से लागू किया जा रहा है। प्रतियोगी अनुसंधान एवं विकास के लिए भी प्रासंगिक विनिर्माण उद्योगों में विशिष्ट परियोजनाओं का भी कार्यान्वसयन किया जाता है । आईआईटी और आईआईएससी जैसे उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ लगातार बातचीत जारी रखने  से विभाग शिक्षा जगत की जरूरतों को समझने के साथ-साथ बढ़ते घटनाक्रम से भी वाकिब रहता है। क्षेत्र उन्मुख अनुप्रयोग परियोजनाओं के लिए प्रभाग प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अंतिम उपयोगकर्ता और संबंधित मंत्रालय की भागीदारी सुनिश्चित करता है ।

प्रभाग के उद्देश्य इस प्रकार हैं:

  • उभरती प्रौद्योगिकियों में देश के अनुसंधान, डिजाइन और अनुप्रयोग क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान करना ।
  • संस्थागत बुनियादी ढांचे और इसके के लिए अनुभवी जनशक्ति का पूल तैयार करना ।
  • अवधारणा के सबूत से लेकर प्रौद्योगिकी हस्तांतरण तक अनुसंधान और विकास चक्र के लिए सहायता प्रदान कर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और उत्पादों को बनाने में मदद करना।
  • अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग के द्वारा उत्पादकता, गुणवत्ता और सुरक्षा के क्षेत्र में सुधार प्रदर्शित करना।
  • एमएसएमई क्षेत्र सहित - उद्योग की सहायता के लिए लागत प्रभावी, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियां उन्हें उपलब्ध कराना ।

प्रभाग के महत्वपूर्ण क्षेत्र निम्ना्नुसार हैं:

  1. औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिकी: ऊर्जा के क्षेत्र (पारंपरिक / गैर-पारंपरिक, उत्पादन, पारेषण एवं वितरण, रूपांतरण, खपत आदि) पावर इलेक्ट्रॉनिकी, स्मार्ट ग्रिड संघटक, ऊर्जा भंडारण ।
  2. गतिशीलता: गतिशीलता के लिए इलेक्ट्रॉनिकी प्रणाली / बुद्धिमान परिवहन प्रणालियां आदि
  3. आपूर्ति श्रृंखला प्रणालियां, जीवन चक्र विश्लेषण प्रणालियां, घरेलू और भवन इलेक्ट्रॉनिकी, जल प्रणालियां, मानवीय प्रयास में इलेक्ट्रॉनिकी, कृषि एवं खाद्य, वस्त्र  (भविष्य) आदि
  4. प्रोसेस इंडस्ट्रीज: इमेज प्रसंस्करण समाधान और उन्नत स्वचालन समाधान / प्रणाली, उथले समुद्र और वायु, ड्रोन के लिए प्रौद्योगिकी / अंतरिक्ष इलेक्ट्रॉनिकी ।
  5. व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम और उनकी तैनाती सहित प्रणाली।
  6. इंटेलिजेंट सेंसर, अंतरफलक / एम्बेडेड इलेक्ट्रॉनिकी, इमेज एनालिटिक्स / औद्योगिक इमेज प्रसंस्करण / औद्योगिक स्वचालन प्रणाली, सामाजिक संबंध, शहरी डिजाइन, ज्ञान एनालिटिक्स, वाइड बैंड गैप उपकरण।

 

आगे जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें

डॉ देवाशीष दत्ता
समूह समन्वयक, इलेक्ट्रॉनिकी में अनुसंधान एवं विकास समूह
इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली विकास और अनुप्रयोग प्रभाग
टेलीफोन: + 91-11- 24364321
फैक्स: + 91-11- 24366557 (कार्यालय)
ई-मेल: duttaATdeity.gov.in