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सूचना प्रौद्योगिकी अनुसंधान अकादमी (आईटीआरए)

आईटीआरए आईटी और भारत के संबंधित संस्थानों में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स (आईसीटीई, या संक्षिप्त में आईटी) और इसके आवेदनों में, आर एंड डी की गुणवत्ता और मात्रा के विकास के लिए राष्ट्रीय संसाधन के निर्माण में मदद करने के लिए डायटवाई द्वारा शुरू किया गया समर्थनकारी कार्यक्रम है। आईटीआरए वर्तमान में मीडिया लैब एशिया (एमएल एशिया) का एक प्रभाग है, अनुभाग-25 डायटवाई का गैर लाभकारी संगठन है।

आईटी के प्रमुख क्षेत्रों, विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों, विशेष रूप से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अनुप्रयोग लगभग किसी भी विषय से हो सकते हैं। आईटीआरए का मुख्य केन्द्रण आईटी आधारित आर एंड डी के विस्तार द्वारा विशेषकर सरकार, उद्योग और अन्य संस्थानों जैस बड़े आईटी शिक्षण क्षेत्रों और आईटी उपयोगकर्ताओं से लाभ लेकर राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को मजबूत करना है। आईटीआरए के माध्यम से आईटी आर एंड डी क्षमता का विकास का प्रभाव सूचना प्रौद्योगिकी के समग्र पारिस्थितिकी तंत्र पर पड़ा है जो अनुसंधान समूहों और निर्मित प्रयोगशालाओं, प्रारंभित नए अनुसंधान क्षेत्रों, पीएचडी स्नातन के स्तर, नए पाठ्यक्रम, औद्योगिक और सामाजिक समस्याओं के लिए अभिनव समाधान, अनुसंधान एवं विकास समूहों, आदि के साथ मजबूत संबंधों में परिलक्षित होता है।

नवीवतम ज्ञान से लैस, समाधानों के विकास के लिए संबंधित कक्षा ज्ञान में शिक्षित, आईटी समाधान के आड़े आने वाली समस्याओं का पता लगाने में प्रशिक्षित, आईटी और अन्य डोमेन में सामाजिक समस्याओं का पता लगाने के लिए प्रेरित और प्रयोगशाला समाधानों को कार्यकारी प्रोटोटाइप में परिवर्तित करने के लिए तंत्र से परिचित आईटी शोधकर्ताओं की बड़ी संख्या को निर्मित करने के लिए आईटीआरए, को डिजाइन किया गया है। आईआरटीए गतिविधियों का लक्ष्य पीएचडी छात्रों के निर्माण की राष्ट्रीय क्षमता में वृद्धि करना है जो अकादमिक संस्थानों में संकाय बन सकें और अधिक से अधिक उद्योग और समाज की आवश्यकताओं का संबोधन कर सकें।

उद्देश्य:

आईटीए का मुख्य उद्देश्य दोनों मात्रात्मक और गुणात्मक रूप से आईटी में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करना और राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास क्षमता को बढ़ाना है। इसे निम्न के माध्यम से पूरा किया जाएगाः

  • आईटी में आर एंड डी समूह का निर्माण,
  • समूहों से नेटवर्किंग और उन्हें उद्योग एवं समाज से जोड़ना,
  • उद्योग, आर एंड डी प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक संस्थानों के लिए उच्च गुणवत्ता युक्त पीएचडी छात्रों का निर्माण
  • आईटी में नवाचार को सक्षम करना, और
  • सामाजिक समस्या समाधान कौशल को बढ़ाना।

परिणाम और उत्पादन

आईटीए को आईटी में आर एंड डी की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय संसाधन के रूप में सेवित करने के लिए डिजाइन किया गया है। विशेषज्ञों और संगठनों के अपने नेटवर्क के साथ आईटीआरए को निम्न में महत्वपूर्ण वृद्धि करने के लिए अभ्रिपेत किया गया हैः

  • आर एंड डी और शिक्षण की गुणवत्ता,
  • संस्थानों की एक बड़ी संख्या में आर एंड डी की क्षमता,
  • संकाय और शोधकर्ताओं की गुणवत्ता और संख्या,
  • प्रौद्योगिकी, प्रकाशन और पेटेंट की संख्या,
  • सामाजिक समस्याओं को पहचानने और सुलझाने में क्षमता, उत्साह और पहल
  • बीएस, एमएस और पीएचडी कार्य के सामाजिक प्रभाव,
  • छात्रों के लिए उपलब्ध कैरियर मार्गो की विविधता, और
  • समाज में आईटी के साथ साथ गैर - आईटी क्षेत्रों की क्षमता।
  • 5 वर्षों के अंत में आईटीआरए का परिणाम निम्नानुसार होने की उम्मीद हैः
  • 40+ प्रतिभागी संस्थान
  • 60+ आर एंड डी समूह,
  • 75+ आईटीआरए संकाय, और
  • 500+ पीएचडी छात्रों का दाखिला किया गया।

तंत्र

आईटीआरए भागीदार संस्थानों की संख्या में वृद्धि करने वाले पिरामिड मॉडल का उपयोग करता है। प्रत्येक संस्थान अग्र उच्च स्तर पर स्थित अपने उपदेशक संस्थान से सीखता है, जबकि यह समान रूप से अपने से निम्न स्तर के संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद करता है। इस प्रकार, गुरू शिष्य के बीच की बातचीत समान रूप से पिरामिड की गुणवत्ता को समय के साथ बढ़ा रही है जबकि नए, सबसे निम्न स्तरीय संस्थान निचले स्तर में तेजी से जुड़ रहे हैं। इस आईटीआरए भागीदार संस्थानों की संख्या में तीव्र विकास कर रहा है। आर एंड डी विस्तारण गतिविधियों में शामिल हैं:

  • बहु अनुशासनिक टीम संरचना:

    • टीमों को शैक्षणिक संस्थानों या विभिन्न भौगोलिक प्रसार के साथ अलग अलग गुणवत्ता और विषयों की अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं को शामिल करके बनाया गया है;

    • यदि आवश्यक हो, गैर शैक्षणिक भागीदारों को सहयोगियों के रूप में शामिल किया गया है, उदाहरण के लिए, संगठन, आर एंड डी प्रयोगशालाएं, उद्योग और गैर सरकारी संगठन का ध्यान निम्न पर केंद्रित हैः

      • बुनियादी आईटी अनुसंधान समस्या है, या

      • महत्वपूर्ण एप्लीकेशन डोमेन के लिए आईटी को लागू करना

  • सकेन्द्रण क्षेत्र की पहचान, परियोजना समीक्षा और शुरूआत:
    • सकेन्द्रण क्षेत्रों को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं, आवश्यक मूल्यांकन और अवसरों के आधार पर पहचाना जाता है।
    • प्रत्येक सकेन्द्रण क्षेत्र के लिए, विशिष्ट परियोजनाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों और हितधारकों की रणनीति निरूपण बैठकों के माध्यम से परिभाषित किया गया है।
    • परियोजनाओं को कार्यान्वयन के लिए शुरू किया गया है।
  • आईटीआरए संस्थानों में आर एंड डी की गुणवत्ता को बढ़ावाः
    • प्रख्यात विशेषज्ञों को उभरते क्षेत्रों में आर एंड डी टीम के विकास और आईटीआरए संस्थान/संकाय के साथ गठबंधन के लिए आमंत्रित किया गया है।
    • मानित प्रदर्शन के लिए फैलोशिप, पुरस्कार, प्रोफेसरशिप दी जाती है।
    • शोधकर्ताओं को अत्याधुनिक सुविधाओं, सर्वोत्तम प्रथाओं और सदस्यता दी जाती है।
    • कार्यक्रमों को सामाजिक संवेदनशीलता के विकास के माध्यम से रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए निरूपित किया गया है।
    • तंत्र को कंपनियों के लिए टीमों द्वारा विकसित योग्य प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण के लिए परिभाषित किया गया है।

आईटीआरए आवश्यता के अनुरूप अनुसंधान समूहों को प्रेरित करके, अनुसंधान का आयोजन करके, छात्रों का मार्गदर्शन करके, नई कक्षाओं को पढ़ाकर, स्थिति का मूल्यांकन करके और परिवर्तनों पर चर्चा करके/परिवर्तन लागू करके भागीदार संस्थानों की मदद करने के लिए सहायक संकाय और सलाहकार के रूप में विश्व प्रसिद्ध शोधकर्ताओं को संलग्न कर रहा है। दुनियाभर से विशेषज्ञों के नियोजन से भागीदार संस्थानों को विश्व अनुसरित सबसे बेहतर संस्थागत कार्यप्रणालियों के लिए अवसर प्रदान करता है।

शुरू की गई परियोजनाएं

‘‘मोबाइल कम्प्यूटिंग, नेटवर्किंग एंड एप्लीकेशन’’ और ‘‘जल संसाधनों की स्थिरता में आईटी आधारित नवाचार’’ के संकेन्द्रित क्षेत्रों में 14 बहु अनुशासनिक, सहयोगी, बहु संस्थागत अनुसंधान एवं विकास टीम परियोजनाओं को देश भर के 44 संस्थानों में शुरू किया गया है। ‘‘कृषि एवं खाद्य में आईटी’’ जैसे अन्य संकेन्द्रित क्षेत्र परियोजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है।

आईटीआरए के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया http://itra.medialabasia.in