यह एक सर्वज्ञात तथ्य है कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समाज का सामाजिक, आर्थिक कायाकल्प करने में सहायक हो सकती है। ऐसे लोग, जो डिजिटल और सूचना प्रौद्योगिकी का प्रभावी ढंग से अभिगम करते हैं और ऐसे लोग जिन्हें ये सुविधाएं बहुत ही सीमित रूप से उपलब्ध हैं अथवा जो इनका जरा भी अभिगम नहीं करते हैं, के बीच के अंताल को दूर करने की आवश्यकता है। इस दिशा में भारत अपने भागीदार देशों की इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सहायता करता है। विकासात्मक सहयोग प्रयासों को आईटी अवसंरचना, नेटवर्किंग, क्षमता निर्माण, मानव संसाधन और ई-सरकार के क्षेत्र में तकनीकी सहायता प्रदान करने पर केंद्रित किया गया है। इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी के उभरते हुए और अग्रणी क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने, निवेश बढ़ाने के तरीकों का पता लगाने और नियामक तंत्र का समाधान करने के लिए बहुत से सहयोगात्मक प्रयास शुरू किए गए हैं, ताकि स्थायी विकास को प्रोत्साहित किया जा सके और अन्य देशों के साथ मजबूत भागीदारी किया जा सके।