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अधिकारियों के लिए

करें-

  • जहां भी संभव हो लोगों की शिकायतों पर शीघ्र कार्रवाई करें और निवारण करें। यदि आप किसी को 'नहीं' कहते है तो दृढ़ता से, लेकिन बहुत विनम्रता से कहें। लंबित मामलों की तुलना में बेहतर है 'नहीं' कहना।
  • अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए अपने सहकर्मी को प्रोत्साहित करें। हर इंसान की सराहना प्रोत्साहन के लिए सबसे अच्छा साधन है। अगर आप कम से कम समय में प्रभावी परिवर्तन लाना चाहते हैं।
  • अपने क्षेत्र के भीतर काम कर रहे लोगो से 'सहभागी' बनें। जो प्रत्येक कर्मचारी का मनोबल बढ़ाने, कुशल व्यवहार के लिए एक माहौल बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • अपनी खुद के सकारात्मक पारदर्शीता, निष्पक्ष और समय पर कार्यों के माध्यम से संगठन में 'सतर्कता' माहौल बनाएँ। इस तरह आप सतर्कता माहौल बना सकते हैं।
  • समय-समय पर संगठन में मौजूदा नियमों, विनियमों, नीतियों, निर्देश, प्रक्रियाओं, प्रथाओं और कार्यों की पुष्टि करते रहें, यह साफ औऱ स्पष्ट दिशा निर्देश बनाने और उन्हें मजबूत करने के लिए आवश्यक है।

न करें-

  • राजनीतिक गतिविधियों में भाग न लें।
  • संगठन का पदाधिकारी राजनीतिक दल/राजनीति में भाग लेता है।
  • राजनीति में भाग लेने के लिए किसी भी आंदोलन/ प्रदर्शन में किसी भी रूप में सहायता न करें।
  • विधानमंडल या स्थानीय प्राधिकारी के किसी भी चुनाव में ...
  • आपात स्थिति में छोड़कर, वित्तीय और प्रशासनिक - अपनी शक्तियों का प्रयोग न करें। यह अनियमित है और संदेह को जन्म देता है। लेखन में पोस्ट कार्योत्तर अनुमोदन द्वारा अपने काम को नियमित करें। अधूरे पते या बिना विवरण वाली कंपनियों के साथ सौदा न करें। जहाँ भी आवश्यक हो ऐसी कंपनियों की पूर्ववृत्त के बारे में पता करें। फर्मों की वास्तविकता सत्यापित करें जो सी/ओ, पोस्ट बॉक्स नंबर की तरह पते प्रस्तुत करती है।
  • सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना, सरकार, संसद, या राज्य विधानमंडल द्वारा नियुक्त अधिकारी से पहले न्यायिक या विभागीय जांच या पूछताछ के अलावा अन्य किसी भी जांच के सिलसिले में सबूत न दे।
  • आधिकारिक क्षमता में या सरकार की नीतियों या तथ्यात्मक विचारों को छोड़कर, कंपनी की कार्यवाही में आलोचनात्मक वक्तव्य न दें।

करें-

  • लिखित निर्देश या प्रक्रियात्मक दिशा निर्देशों के बिना, अगर आपकी इकाई में संबंधित कार्य/कार्यों के अलावा कोई औऱ अन्य कार्य किया जा रहा है तो यह अवांछनीय है। इसके लिए लिखित निर्देश या प्रक्रियात्मक दिशा निर्देश आवश्यक है। इससे नए कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करने औऱ उनके कर्तव्यों को पालन करने में मदद मिलेगी। आप अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकते।
  • याद रखें कि कोई भी कंपनी की सेवा में खोज, आविष्कार या किसी भी प्रक्रिया/विधि/संयंत्र से संबंधित कोई सुधार करता है तो इसमें कंपनी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हित है, इसकी जानकारी कंपनी को दी जानी चाहिए।
  • शुल्क या धन संबंधी लाभ प्राप्त करने के लिए किसी भी सार्वजनिक या निजी व्यक्ति के लिए कोई भी काम स्वीकार करने से पहले सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी प्राप्त कर सकते हैं।
  • विरासत में मिली संपत्ति का मूल्य रु. 7500 से अधिक है या फिर अपने नाम पर या परिवार के किसी सदस्य के नाम पर कोई चल संपत्ति है जिसका मूल्य रु. 15.000/- से अधिक है तो कंपनी में शामिल होते समय सक्षम प्राधिकारी को चल संपत्ति के बारे में बताना चाहिए।

न करें-

  • याद रखें कि अगर कोई कंपनी की सेवा में खोज, आविष्कार या किसी भी प्रक्रिया/विधि/संयंत्र से संबंधित सुधार करता है तो इसमें कंपनी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हित है, उसकी जानकारी कंपनी को दी जानी चाहिए।
  • प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी भी विदेशी सरकार पर सकारात्मक दृष्टिकोण न रखें। या प्रबंधन की पूर्व अनुमति के बिना विदेश के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वित्तीय सहायता न लें।
  • आप सक्षम प्राधिकारी की पूर्व मंजूरी के बिना किसी भी व्यापार या कारोबार में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल होने या किसी अन्य रोजगार में अंशकालिक या पूरे समय के शामिल होने के लिए पुरी तरह से निषेध है।
  • अधिग्रहण या सक्षम प्राधिकारी की जानकारी के बिना किसी भी अचल संपत्ति के मामलें में न पडें। व्यक्ति या उसके अधीनस्थ के साथ आधिकारिक व्यवहार होने पर चल/अचल संपत्ति के विषय में लेन-देन के लिए सक्षम प्राधिकारी की पूर्व मंजूरी जरूरी है।

करें-

  • अगर धार्मिक, सामाजिक अवसरों पर निजी मित्रों से प्राप्त उपहार रु. 5000 से अधिक है तो सक्षम प्राधिकारी को सूचित किया जाना चाहिए।
  • आप गणमान्य व्यक्तियों विदेशी/फर्मों से प्राप्त 1000 रु से अधिक के उपहार नहीं रख सकते हैं। किसी अन्य मामले में, 1000 से अधिक किसी भी उपहार स्वीकार करने से पहले, सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी आवश्यक है।

न करें-

  • अचल संपत्ति, विरासत में मिला धन, अपने खुद के नाम पर आप द्वारा अधिग्रहीत धन की 1 जनवरी और हर दूसरे वर्ष घोषणा करना न भुलें।
  • सक्षम प्राधिकारी की पूर्व मंजूरी के बिना, किसी कोर्ट या प्रेस में न जाए। यह अधिकारी अधिनियम उल्लघंन का विषय बन सकता है।